
हरि नहीं मिले हैं तो कल मिलेंगें पर अब जब हरि नाम में खोकर तो देखो गुरू मिल गये तो हरि भी मिलेंगें। श्री किशोर दास देव जी महाराज।
श्री भक्तमाल कथा के पंचम दिवस में परम पूज्यनीय श्री श्री स्वामी महंत श्री किशोर दास देव जू महाराज श्री राम वृंदावन ने अपनी अमृतमय वाणी से कहा कि मां की ममता जैसी होती है बालक कैसा भी कीचड में सना क्यों न हो पर मां उस गंदगी में लिपटे उस बालक को देखती है उस गंदगी को नहीं देखती | ऐसे ही जिनमें हमारी स्वामिनी श्री प्रिया जी हमारे भीतर की गंदगी नहीं देखती। करुणामयी कृपा मयी इसको नष्ट करेंगी। हमारे हृदय को निर्मल बना देती है | कैसे भी विकार क्यों न हों जैसे हम श्री ठाकुर जी के चरणों की ओर बढ़ेगें। तो हमें बाहें फैलाकर ठाकुर जी अपने हृदय से लगा लेंगें। जिस मां ने हमें जन्म दिया है वह भी उतना प्रेम नहीं करेगी। जितना प्रेम हमारे लिये हम जीवों के लिये युगल सरकार प्रेम करते हैं | हम जीवों से हमलोगों की जब गुरूचरण युगल सरकार से हमारे लिये श्री प्रिया जी से प्रेम स्नेह मांगते हैं | हमारे ठाकुर जी हमसे बहुत प्रीति करते है और हद्य को निर्मल कर देते है भटकने की जरूरत नहीं है तुम तो युगल सरकार के चरणों को पकड लो संसार क्या, मै मेरा, तू तेरा, में संसार पड़ा है जो अपना पन श्री ठाकुर जी के चरणों में जुड जाता है तो भगवान रीझ जाते हैं हरि जितना प्यार इस जग में हमसे कोई नहीं कर सकता जितना प्रेम युगल सरकार हमसे करते हैं बुंदेलखण्ड सामान्य नहीं है यहां एक से एक रसकाचार्य इस पावन धरा बुंदेलखण्ड पर प्रकाट्य हुआ है वर्तमान की स्थिति ठीक नहीं है सूर्य भगवान जितना तपेंगें उतनी अच्छी वर्शा होगी। सद्गुरू भगवान इतना अपने षिश्यों को डाटेंगें, उतना ही षिश्य में निखार आयेगा पर आज के युग में तो अलग स्थिति है। थोडे़ से में ही शिष्य रूठ जाते है ये चलते फिरते श्यामा-श्याम हैं |युगल सरकार और हमें सद्गुरू में कोई अंतर नहीं है | ऐसा ही भाव स्वामी रसिक देव जू महाराज का है। आज की कथा में महंत रामाश्रय दास जी महाराज केरवना, राधारमण दास जी महाराज राजघाट, श्री विपिन बिहारी जी महाराज, केशरवगिरी जी महाराज, नवीन जी महाराज, सहित आदि संत जनों ने आरती एवं व्यास पीठ को प्रणाम करके गुरू देव जी का आषीर्वाद लिया। पंचम दिवस में कथा की आरती करने वालों में गोविंद सिंह राजपूत केबीनेट मंत्री, गुलाब सिंह राजपूत, प्रताप नारायण दुबे, अजय दुबे, गोलू रिछारिया, बुदेल सिंह बुदेला, डाॅ. सुखदेव मिश्रा, डाॅ. वीरेन्द्र पाठक, देवेन्द्र फुसकेले, आनंद तिवारी, दिलीप रैकवार, रामकुमार प्यासी, भरत तिवारी, पप्पू तिवारी, असंख्य दुबे, मनीश कुमार, ओम मिश्रा, अर्थव दुबे,बंसत बाबा चैरसिया, मुकेष साहू, अनिल दुबे, विनय मिश्रा, अनिल पिपरा, अंकित दुबे, रियार्थ दुबे, आशीष गोस्वामी ने कथा की आरती की । व्यास पीठ से आशीर्वाद लेने वालोें में श्रीमति प्रतिभा तिवारी, श्रीमति ममता प्यासी, श्रीमति नीति दुबे, श्रीमति सविता पांडेय, निषांक दुबे, यश सेन, शिवम दुबे, मनीश रंहगदाले, महराज सिंह, इंद्रपाल राय, ने व्यास पीठ से आशीर्वाद लिया।
श्री गोपाल महायज्ञ में सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक विद्वान पंडितों के द्वारा किया जा रहा है मंत्र उच्चरण के साथ सैकड़ो आहूतियां प्रतिदिन दि जा रही है श्री गोपालयज्ञ में अमृत लाल मिश्रा, उमेष मिश्रा, अनुराग प्यासी,अनिल नायक, महेन्द्र दुबे ये सभी गोपालमहायज्ञ के यजमान है। संतसेवा की प्रसादी में अमित मिश्रा, प्रभात मिश्रा, अंकुर नायक सहित आदि संत भोजन प्रसादी व व्यवस्था देख रहे हैं। आवास व्यवस्था में आदित्य पांडेय, सचिन पंडित। प्रदेष सहित अन्य राज्यों से जो भी गुरूभाई आ रहे है इनकी व्यवस्था की जा रही है।