कैलाश पर्वत और भगवान शिव से जुड़ी कथा

कैलाश पर्वत केवल एक पर्वत नहीं, बल्कि एक अलौकिक, आध्यात्मिक और ब्रह्मांडीय शक्ति का प्रतीक है।यह भगवान शिव का साक्षात धाम है, जहां से वे ध्यान, तप और सृष्टि के संचालन में लीन रहते हैं। पुराणों और धर्मग्रंथों में इसके दिव्य स्वरूप का जितना वर्णन किया गया है, वह इसे केवल एक भूगोलिक स्थान नहीं,…

“कैसे गंगा मैया उलझ गईं शिव जी की जटाओ में” 60 हजार आत्माओं की मुक्ति की रहस्य कथा”

धार्मिक स्थलों और शिवालयों में हम देखते है कि ‘भगवान शिव कि जटाओं में अमृत जल की धारा दिखाई देती है | आखिर कौन विराजमान है भगवान की शिखाओं में ? कैसे हुआ इस अमृत धारा का भगवान की शिखाओं में वास ? भगवान शिव के भक्त भगिरथ कौन थे और इन्होंने गंगा मैया को…

“भगवान शिव के गले में विराजे विषधर कौन हैं? | आखिर क्या है रहस्यमयी कहानी का राज?”

हम सभी जानते हैं कि श्रृष्टि में भगवान शिव को प्रकृति का रूप माना गया है | जो अजर हैं, अमर हैं, जिनका न तो आदि है और न ही अंत है | ऐसे परम योगी के गले में सदा एक विषधर लिपटा फुंफकारता रहता है | हम सभी के मन में विचार आता है…

“जो कोई भी इस मंत्र का जाप करेगा… शिव उससे कभी दूर नहीं होंगे | जाने कौन सा मंत्र है ये” 🔱

🔯”ॐ नमः शिवाय” — एक मंत्र, जो सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि ब्रह्मांड की ऊर्जा है।🔯इस मंत्र में छिपा है आत्मा से परमात्मा तक पहुंचने का मार्ग, पंचमहाभूतों की शक्ति और भगवान शिव की परम कृपा। 🛕 ॐ नमः शिवाय मंत्र की पौराणिक उत्पत्ति🔔 शिवपुराण और वेदों में वर्णित दिव्य रहस्य🛕 पंचाक्षरी मंत्र का गूढ़ अर्थ…

अब पीडीएस में मिलेगा जनता को 75 प्रतिशत गेहूँ और 25 प्रतिशत चावल

खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के आग्रह पर केंद्र सरकार का बड़ा फैसला अब पीडीएस में मिलेगा जनता को 75 प्रतिशत गेहूँ और 25 प्रतिशत चावल भोपाल। प्रदेश के पात्र हितग्राहियों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत अब अधिक मात्रा में गेहूं मिलेगा। वर्षों से लंबित इस मांग को प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति…

शिव के आंसू से जन्मा रुद्राक्ष | रुद्राक्ष की रहस्यमयी उत्पत्ति और चमत्कारी शक्ति

शिव के आंसू से जन्मा रुद्राक्ष | रुद्राक्ष की रहस्यमयी उत्पत्ति और चमत्कारी शक्ति | Rudraksha Story” “जब सृष्टि का हर कोना विनाश और सृजन के बीच डगमगा रहा था… तब एक तपस्वी, शांत और सर्वशक्तिमान शक्ति अपनी आंखें मूंदे बैठा था — वो थे भगवान शिव।और जब उन्होंने अपनी आंखें खोलीं…उनके अश्रु से धरती…